’हमारी दुनिया में परिंदे’ प्रकृति दर्शन, ई-मासिक पत्रिका का ताजा अंक...। आप इसे गूगल प्ले बुक्स पर क्रय कर पढ़ सकते हैं...। इसके लिए नीचे लिंक पर क्लिक कीजिएगा...। कवर पेज पर फोटोग्राफ फोटो एडिटर रह चुके आदरणीय अखिल हार्डिया जी, इंदौर का है...।
ये हमारी अपनी पत्रिका है और इसका संपादन पिछले चार वर्षा से मेरे द्वारा ही किया जा रहा है, ये प्रकृति को समर्पित पत्रिका है इसके पूर्व में निकले अंकों में हम नदियां, सूखा, बाढ़, प्रदूषण, आपदा जैसे विषयों को प्रमुखता से उठा चुके हैं। आप भी चाहें तो इस पत्रिका में लेखन के तौर पर साथ आ सकते हैं। हम हर अंक का विषय तय करते हैं और उसकी सूचना भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर दे दी जाती है, इससे पहले फेसबुक पर उसकी सूचना दी जा रही थी अब ब्लॉग पर ही अवगत कराया जाएगा।
अधिक जानकारी के लिए आप संपर्क कर सकते हैं
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व्हाटसएप नंबर 8191903651
https://books.google.co.in/books/about?id=7xQaEAAAQBAJ&redir_esc=y
5 Comments
आप इसे गूगल प्ले बुक्स पर क्रय कर पढ़ सकते हैं...। इसके लिए नीचे लिंक पर क्लिक कीजिएगा...।
ReplyDeletehttps://books.google.co.in/books/about?id=7xQaEAAAQBAJ...
बहुत शानदार पत्रिका है, प्रकृति के प्रति पूरी तरह समर्पित...। प्रस्तुतिकरण और विषय चयन शानदार है। बधाई
ReplyDeleteबहुत आभार
Deleteजी संदीप जी | समय मिलते ही पत्रिका को पढ़ती हूँ | आप बधाई और सराहना के पात्र हैं इतना स्तुत्य प्रयास करने के लिए | प्रकृति के लिए पीड़ा होना बहुत ही विलक्ष्ण मानवीयगुण है | सस्नेह शुभकामनाएं आपके लिए |
ReplyDeleteरेणु जी आभार...। ये पत्रिका प्रकृति के संवर्धन् और संरक्षण के निमित्त ही निकाली जा रही है। हम ऐसे ही विषय उठाते हैं जिन पर आज बात करनी जरुरी है लेकिन कोई बात करना नहीं चाहता। आभार आपका नेह के लिए।
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